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Holkar Maharaja of Indore (होलकर)
होलकर राजवंश मल्हार राव से प्रारंभ हुआ जो १७२१ में पेशवा की सेवा में शामिल हुए और जल्दी ही सूबेदार बने। होल्कर वंश के लोग 'होलगाँव' के निवासी होने से 'होल्कर' कहलाए। उन्होने और उनके वंशजों ने मराठा राजा और बाद में १८१८ तक मराठा महासंघ के एक स्वतंत्र सदस्य के रूप में मध्य भारत में इंदौर पर शासन किया और बाद में भारत की स्वतंत्रता तक ब्रीटिश भारत की एक रियासत रहे। होलकर वंश उन प्रतिष्ठित राजवंशों मे से एक था जिनका नाम शासक के शीर्षक से जुडा, जो आम तौर पर...
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Gaderia के साथ एक भेड़ की खोज
एक गडरिये ( पाल ) का बेटा रोज अपनी भेड़ो को चराने के लिए जंगल में ले जाता था । उस गडरिये के पास 50 भेड़े थी । वह हर रोज अपनी भेड़ो को लेकर जंगल में निकल जाता था । वह अपनी भेड़ो का बहुत ही ध्यान रखता था । एक बार जंगल में उसकी एक भेड़ खो गई । अपनी एक भेड़ खो जाने पर वह उदास हो गया । वह अपनी 49 भेड़ो को बीच रास्ते में छोड़कर अपनी एक भेद की तलाश में पुनः जंगल की ओर निकल गया...
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History of Gaderia Samaaj
Gaderia Samaaj - गडरिया, धनगर समाज के नाम सन्देश सभी धनगर, गडरिया भाइयो को सूचित किया जाता है कि सभी भाई अपनी कौम की खातिर अपना योगदान करे | ये बात सत्य है की धनगर समाज भारत की प्राचीन जातियों में से एक है | हमारे समाज ने पूरे विश्व को अपना अनोखा योगदान दिया है | जैसे “मेष“ राशी , “मेष” राशी सभी राशियों में पहली व सर्वोतम राशी है | आसमान में मोजूद नक्षत्रमंडल में “aries” या “मेष “ अपने आप में धनगर समाज के पुराने गौरव को दर्शाता है जिसकी...
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